जिनकी नजरों में मोहन समाये वो नजर फिर तरसती नहीं है ये तो...... जिनकी नजरों में मोहन समाये वो नजर फिर तरसती नहीं है ये तो......
मन मेरा शून्य में है हाँ मन मेरा शून्य में है कोई सब कुछ खोकर भी खुदा की इबादत करने ज मन मेरा शून्य में है हाँ मन मेरा शून्य में है कोई सब कुछ खोकर भी खुदा की इ...
औरों के ही हो प्यार के रंग हज़ार, मेरे तो सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम प्यार। औरों के ही हो प्यार के रंग हज़ार, मेरे तो सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम प्यार।
मेरे सपनों का भारत , काश ! तीन सौ वर्ष पूर्व की गंगा सा पावन, निर्मल होता! मेरे सपनों का भारत , काश ! तीन सौ वर्ष पूर्व की गंगा सा पावन, निर्मल होता!
विपरीत परिस्थितियों में प्रकट होते जीवन के वास्तविक रंग... विपरीत परिस्थितियों में प्रकट होते जीवन के वास्तविक रंग...
रिश्तों की अजनबीयत... रिश्तों की अजनबीयत...